गुरु सुदर्शन वाणी
"चरण रखते है मेरे गुरु जहाँ, वहाँ पुण्य का सैलाब आता है.... पाप कटते है गुरु दर्शन से,चरणो मे मस्तक झुक जाता है... कुछ मांगो ना अपने गुरुवर से,बिन माँगे ही सब मिलता है... गुरु की मुस्कान को देखकर हम सबका मन खिल उठता है ..."